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एक.
21 और 22 दिसंबर, 2023 की देर रात, पांच सैन्य अधिकारी 48 राष्ट्रीय राइफ़ल्स (आरआर) की इको कंपनी बेस के एक कमरे में घुसे. यह जम्मू-कश्मीर के एक गांव, डेरा की गली, की छोटी पहाड़ी पर स्थित है. जम्मू और कश्मीर के पुंछ जिले के थानामंडी और बफ़लियाज़ के बीच मुगल रोड का एक हिस्सा इसी बेस की निगरानी में है. ये अधिकारी- लेफ्टिनेंट जनरल संदीप जैन, मेजर जनरल मनीष गुप्ता, ब्रिगेडियर पद्मसंभव आचार्य, कर्नल मिथिलेश ओझा और मेजर राजकुमार- ऑपरेशन पंघाई नाम के मिशन पर नज़र रखने के लिए उस कमरे में जमा हुए थे. आधिकारिक तौर पर इस मिशन का लक्ष्य सेना के एक काफ़िले पर हमला करने वाले आतंकियों को पकड़ने के लिए खुफ़िया जानकारी जुटाना था. लेकिन यह सैन्य अभियान जम्मू और कश्मीर में सैन्य हिंसा के काले इतिहास के सबसे बर्बर अध्यायों में से एक बन गया.
इससे पहले, पिछली शाम, सेना को एक तगड़ा झटका उस वक़्त लगा था जब आतंकियों ने सीमा पार कर बेस से तक़रीबन 15 किलोमीटर दूर एक सैन्य काफ़िले पर घात लगाकर हमला किया और चार जवानों को मौत के घाट उतार दिया. वारदात के बाद आतंकी दो सैनिकों के सिर भी काट कर ले गए. उस हमले में तीन अन्य सैनिक घायल हुए. सेना का हौसला पस्त करने के लिए आतंकियों ने सिर काटने का एक वीडियो भी जारी कर दिया. साथ ही, आतंकी सेना की चार राइफ़लें और कई मैगज़ीन भी लूट ले गए. ये सब उस इलाके में हुआ जहां सैन्य चौकियों की भरमार है. यहां तक़रीबन हर गांव के साथ एक चौकी है. ‘यहां सेना लोगों के साथ नहीं रहती, लोग सेना के साथ रहते हैं,’ स्थानीय लोगों में यहां एक आम कहावत है.
डेरा की गली का कमरा जल्द ही सैनिक ऑपरेशन के एक कंट्रोल रूम में बदल गया. कमरे में मौजूद एक अधिकारी ने मुझे बताया कि पांचों अधिकारी एक सफ़ेद बोर्ड के सामने खड़े थे जिस पर उन लोगों के नाम लिखे जा रहे थे जिन्हें उन्होंने पकड़ा था. वे ज़मीन पर तैनात जूनियर अधिकारियों से व्हाट्सएप पर जानकारी ले रहे थे और सेक्टर में सैनिकों की गतिविधियों में तालमेल बिठा रहे थे. ऑपरेशन पंघाई नाम उस गांव के नाम पर रखा गया था जहां आतंकी हमला हुआ था. ऑपरेशन पंघाई के तहत अधिकारियों के पास एक विशाल सेना तंत्र था. अधिकारियों के बीच हुए व्हाट्सएप मेसेज से पता चलता है कि ऑपरेशन पंघाई में 76 ऑपरेशनल टीमें थीं. प्रत्येक टीम में 10 सैनिक थे. ये राष्ट्रीय राइफ़ल्स की 48, 43, 49, 16, 37 और 39 यूनिटों का हिस्सा थे. कारवां के पास ये व्हाट्सएप संदेश हैं.