लोगों की पसंद से बनते हैं सांसद-विधायक, परिवारवाद से नहीं : प्रतिभा सिंह

14 सितंबर 2022

प्रतिभा सिंह मंडी, हिमाचल प्रदेश से लोकसभा सांसद और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष हैं. वह पिछले दिनों हिमाचल प्रदेश इलेक्शन कमेटी की बैठक के लिए दिल्ली दौरे पर थी जब उन्होंने कारवां की पत्रकार से आगामी प्रदेश विधानसभा चुनावों पर बात की. उन्होंने बागवानों-किसानों की समस्याओं और बेरोजगारी जैसे राज्य के कुछ बड़े मुद्दों के बारे में बताया. हिमाचल में कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह फैसला पार्टी हाई कमान और चुने जाने वाले विधायक करेंगे. नीचे प्रस्तुत है उनके साक्षत्कार का संपादित रूप :  

अंकिता - प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा? क्या आप इस पद की दावेदारी करेंगी?

प्रतिभा सिंह - जहां तक मुख्यमंत्री की बात है इस पर मैं कुछ नहीं कह सकती. जब पार्टी चुनाव जीत जाएगी उसके बाद हाई कमान के निर्देशों पर पार्टी मुख्यमंत्री के नाम पर विचार करेगी, जो हमारे विधायक जीत कर आएंगे वे तय करेंगे कि वे किसके साथ हैं, उसके बाद ही मुख्यमंत्री का नाम सामने आएगा.

अंकिता - 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले ही गुलाम नबी आजाद जैसे पुराने नेताओं का पार्टी छोड़ना और आनंद शर्मा का प्रदेश इलेक्शन कमेटी से इस्तीफा देना, चुनावों को कैसे प्रभावित करेगा? संगठन के अंदर चल रहे आपसी मतभेद की वजह क्या है?

प्रतिभा सिंह - उन्होंने (आजाद) पार्टी क्यों छोड़ी यह सिर्फ वही जानते हैं. शायद उनको लगा हो कि उनकी सुनवाई नहीं हुई या उनको नजरअंदाज किया गया है. वह एक बड़े नेता रहे हैं और बड़े नेताओं के इस तरह जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. आनंद शर्मा ने इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी से इसलिए इस्तीफा दिया क्योंकि उनके और राज्य के नेताओं में एक तरह की मिसकम्युनिकेशन रहा. इसके अलावा उन्हें कोई बड़ी नाराजगी नहीं थी. वह अभी भी चुनावों को लेकर होने वाली मीटिंग में शामिल हो रहे हैं. इन दोनों ही बातों का चुनावों के नतीजों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

अंकिता कारवां में ट्रेनी जर्नलिस्ट हैं.

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