प्यार करना मना है!

अंग्रेज़ी रोमांस फ़िक्शन में लव जिहाद

इलस्ट्रेशन जिग्नेश चावड़ा
इलस्ट्रेशन जिग्नेश चावड़ा
17 December, 2025

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‘राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए ) ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि हिंदू लड़कियों का इस्लाम में धर्मांतरण, एक संगठित साज़िश का हिस्सा है… जिसके तहत उन्हें फ़रमान है कि : (क) काफ़िरों के ख़िलाफ़ खुल कर या छिप कर लड़ो, (ख) उनकी औरतों का अपहरण करो, (ग) उनकी तीन-चार औरतों से शादियां करो या उन्हें सेक्स-स्लेव बना कर जितना चाहो इस्तेमाल करो, (घ) जो पसंद हो उससे शादी करो, और (ङ) जिससे मन भर गया हो, उसे बेच दो.’

‘मुसलमान मेहंदी लगाने की ढेरों दुकानें खोल रहे हैं. महिलाएं इन दुकानों में मुस्लिम मर्दों से मेहंदी लगवा रही हैं. यह ग़लत है, क्योंकि उनकी नीयत लव जिहाद है.’

‘असल में यह लव जिहाद नहीं है. सेक्स जिहाद है. दुख की बात है कि बहुत-सी हिंदू, क्रिश्चियन, सिख लड़कियां इन प्रशिक्षित नर सांडों के यौन कौशल को प्यार समझ बैठती हैं.’

उपरोक्त पहला उद्धरण एक फ़िक्शन से लिया गया है. दूसरा, विक्रम सैनी का दावा है, जो तब भारतीय जनता पार्टी के विधायक थे. तीसरा, मधु किश्वर की ट्विटर पोस्ट से है, जो कि अब डिलीट कर दी गई है. ये तीनों ही उद्धरण एक भ्रष्ट, बेचैन कल्पना को उजागर करते हैं जिसके तहत तथाकथित लव जिहाद को मुस्लिमों के ख़िलाफ़ उन्मादी और अमानवीय नफ़रत को भड़काने के हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है. यह कल्पना व्यक्तिगत इच्छा और लोगों की आज़ादी को नकारती है और अंतरधार्मिक संबंधों को एक व्यापक राष्ट्रीय ख़तरे के रूप में देखती है. यह एक गहरी हीन भावना को उजागर करती है जो मुसलमानों को एक कामोत्तेजक ‘अन्य’ के रूप में देखती है. इस कल्पना का दूसरा पहलू यह है कि हिंदू महिलाएं भोली और नादान होती हैं, जिनको बचाया जाना है. 

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