मलाइका किन्नर कहती हैं, “हम सरकार से सिर्फ इतना चाहते हैं कि वह हमारे लिए बस उतना ही कर दे जितना वह सभी के लिए कर रही है. हम सरकार से मांग कर रहे हैं कि हमारा आधार कार्ड बना दे ताकि हम टीका लगा सकें.”
कश्मीर की किन्नर बिरादरी 2019 में नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा राज्य से अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने से सबसे अधिक प्रभावित हुई थी. साथ ही, 2020 और 2021 में लगाए गए कोविड-19 लॉकडाउन ने इस समाज की हालत और पस्त कर दी और इन लोगों को चिकित्सीय सुविधा तक मुहैया नहीं हुई. बिरादरी के ज्यादातर लोगों के पास आधार कार्ड जैसे सरकारी दस्तावेज न होने से इनके वैक्सीनेशन में भी समस्या आ रही है.
प्लाजुन फाउंडेशन ने किन्नर समाज के लिए 30 जून को श्रीनगर में चिकित्सीय कैंप लगाया. देखिए उस कैंप पर कारवां की वीडियो रिपोर्ट.