आशा कार्यकर्ताओं के लिए जरूरी हैं वेतन वृद्धि, स्वास्थ्य बीमा और नियमितीकरण

मोहम्मद दाऊद

आशा वर्कर भारत के राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा नियुक्त सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताएं हैं. मुख्य रूप से आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति ग्रामीण और नगरों में होती है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के हालिया आंकड़ों के मुताबिक देश में कम से कम 1022265 आशा कार्यकर्ताएं हैं. कोविड-19 महामारी के दौरान उन्हें मुश्किल काम सौंपे गए. पिछले हफ्तों में हमने राष्ट्रीय राजधानी की आशा कार्यकर्ताओं से बात की. इन कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनकी कमाई बहुत कम है और उनके द्वारा किए जाने वाले काम के बदले उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया जाता है. 8 अगस्त 2021 को दिल्ली आशा कामगार यूनियन ने क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं की बैठक की. यूनियन ने वेतन में वृद्धि से लेकर ड्यूटी करने के दौरान कोविड-19 के शिकार हुए श्रमिकों के लिए मुआवजे, कार्यस्थलों में टॉयलेट, मातृत्व अवकाश में वेतन, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से निपटने के लिए प्रकोष्ठ, यात्रा भत्ते और यूनियन बनाने का अधिकार जैसी बुनियादी मांगें उठाई है.