In this episode of The Caravan Baatcheet, host Vishnu Sharma talks to journalist and author Manoj Mitta about his new book, “Caste Pride: Battles for Equality in Hindu India.” The book is an account of the history of the intersection of caste and law in India, over the past two centuries.
Drawing heavily from historical judicial debates and archives, Mitta explores the impunity accorded to caste practices and caste atrocities and the concomitant legal battles to reform the varna system.
The Caravan Baatcheet is a Hindi talk show featuring engaging discussions on politics, culture and society. Every fortnight, our host Vishnu Sharma will be in conversation with journalists, writers, experts and observers on pivotal issues that matter to you.
Read Manoj Mitta’s essay on how judges let off killers in the Kilvenmani atrocity.
कारवां बातचीत के इस एपिसोड में पत्रकार और लेखक मनोज मित्ता के साथ उनकी नई किताब Caste Pride: Battles for Equality in India पर बातचीत. मनोज की यह किताब भारत में जाति भेदभाव के खिलाफ कानूनी लड़ाइयों और कानूनी सुधारों का लेखाजोखा है. मनोज 19वीं सदी में जाति संबंधी कानूनों के जन्म और बाद के सालों में उनके विकास पर प्रकाश डालते हैं.
वह बताते हैं कि कैसे इन कानूनों का जन्म हुआ और समाज में इनकी कैसी प्रतिक्रिया हुई. मनोज ने बताया है कि गांधी का इस मामले में क्या रोल था और वह जाति के सवाल को कैसे हल करना चाहते थे.
मनोज की किताब में हमें इस लड़ाई के उन महत्वपूर्ण पड़ावों का पता चलता है जिसने भारतीय समाज को जाति के सवाल पर जागरूक किया और बराबरी की और बढ़ाया. हालांकि, इस दिशा में अभी बहुत कुछ किया जाना है.
कारवां बातचीत हिंदी टॉक शो है जिसमें राजनीति, संस्कृति और समाज से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर होस्ट विष्णु शर्मा हर पखवाड़े पत्रकारों, लेखकों, विशेषज्ञों और संपादकों से बातचीत करते हैं.